नमस्कार, हम यहाँ पीसीएस के बारे में जानेंगे जैसे, फुल फार्म, और इसके योग्यता चयन व पोस्ट रैंक के बारे में
PCS Full Form :
पीसीएस का फुल फार्म English में Provincial Civil Service कहते है।तथा हिन्दी मे प्रांतीय सिविल सेवा कहते है।
यानि पीसीएस सेवा एक राज्य सरकार के अंतर्गत सिविल सेवा है।जो अपनी पूरी सेवा की अवधि एक राज्य में देते है।जिस राज्य के चयन आयोग द्वारा उनका चयन होता है।
पीसीएस का फुल फार्म English में Provincial Civil Service कहते है।तथा हिन्दी मे प्रांतीय सिविल सेवा कहते है।
पीसीएस अधिकारी एसडीएम या उप जिलाधिकारी या उप जिला मजिस्ट्रेट होते है।यूपी में इनकी तैनाती तहसील स्तर पर तथा जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट में होती है।
पीसीएस अधिकारी कौन होते है ? :
पीसीएस अधिकारी एसडीएम या उप जिलाधिकारी या उप जिला मजिस्ट्रेट होते है।यूपी में इनकी तैनाती तहसील स्तर पर तथा जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट में होती है।
चयन प्रकिया :
पीसीएस का चयन राज्य के चयन आयोग द्वारा आयोजित प्राम्भिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, तथा पर्सनल इंटरव्यू के बाद जारी मेरिट, आरक्षण वार सीटों के हिसाब से मेरिट में शीर्ष स्थान पाने वाले अभ्यार्थियों का होता है।
वही शीर्ष स्थान के नीचे आने वाले अभ्यार्थियों को डिप्टी एसपी, बीडीओ, आरटीओ, बीएसए, असिस्टेंट कमिश्नर टैक्स सहित अन्य पदों पर होता है।
योग्यता :
पीसीएस के लिये योग्यता की बात करे तो स्नातक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से, उम्र 21 से 40 वर्ष के बीच होने चाहिए आरक्षण वर्ग के विद्यार्थियों के लिए नियमानुसार छुट प्रदान किया जाता है।
प्रमोशन :
जैसा कि हमनें बताया पीसीएस अधिकारी एसडीएम या उप जिला मजिस्ट्रेट होते है।तथा यह प्रमोशन से एडीएम, तथा सीडीओ तक जिलों में वही नगर निगम, तथा राज्य सरकार के बोर्ड व निगम में भी वरिष्ठ अधिकारी होते है। साथ ही विश्वविद्यालय में भी बड़े ओहदे पर आसीन होते है।
वही राज्य सरकार भी वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों के बेहतरीन प्रदर्शन या कहे अच्छे समंध होता है तो केंद्र में आईएएस अधिकारी के लिये रिकमेंड करती है।
जिससे वह जिलों में डीएम व मंडल स्तर पर मंडलायुक्त(कमिश्नर) बनते है।
यही प्रक्रिया राज्य सरकार में भी लागू होता है जैसे राजस्व विभाग के लेखपाल, काननूगो, तहसीलदार से प्रमोशन या प्रमोट द्वारा पीसीएस अधिकारी एसडीएम बनते है।