नमस्कार दोस्तों, हम यहां CRCS सीआरसीएस सहित सहारा रिफंड पोर्टल प्रोसेस के बारे में जानकारी देखेंगे।
CRCS Full Form :
सीआरसीएस का फुल फार्म Central Registrar of Cooperative Societies होता है जिसे हिन्दी में सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार कार्यालय कहते है। जो भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। जिसका कार्य देश भर में कार्यरत कोऑपरेटिव सोसाइटीज, सहकारी समितियों का प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा तैयार करने का ज़िम्मेदारी देखता है।
वर्तमान में केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय की ज़िम्मेदारी अमित शाह के पास है। वही बी. एल शर्मा सहकारिता राज्य मंत्री है।
सहारा रिफंड पोर्टल क्या है ?
सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल एक ऑनलाइन प्लेटफार्म माध्यम है जिसे माननीय सुप्रीम कोर्ट के 29 मार्च 2023 के आदेश के बाद सहारा समूह की चार सहकारी समितियों में जमा निवेशकों के पैसों को रिफंड करने के लिए विकसित किया गया है।
जहां अगर आपने सहारा के चार सोसायटी जैसे
- हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, कोलकाता
- सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, लखनऊ
- स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, हैदराबाद
- सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसायटी लिमिटेड, भोपाल
में 22 मार्च 2022 के पहले तक तथा स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड हैदराबाद में 29 मार्च 2023 तक धन जमा किया हो साथ ही बकाया राशि प्राप्त करना हो वह लोग सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल पर पंजीकृत करा सकते हैं।
रिफंड प्रोसेस के लिए आवश्यक दस्तावेज:
सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल पर पैसे रिफंड के लिए निम्न दस्तावेज की आवश्यकता होगी जैसे
- सदस्यता संख्या (Membership no)
- जमा खाता संख्या (Account number)
- आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर
- जमा प्रमाण पत्र या पासबुक
- पैन कार्ड (50 हज़ार से अधिक धन होने पर अनिवार्य)
पैसा कितने दिनों में मिलेगा:
सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल पर दावा की गई राशि आवेदन करने से 45 दिनों के बाद ही आधार से जुडे बैक खाते में आयेगा।
क्यों की आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने पर 30 दिनों के भीतर सहारा सोसायटी द्वारा आपके दावे को जांचा जायेगा, अगर सब सही रहा तो उसे सोसायटी द्वारा सीआरसीएस को फॉरवाड कर दिया जाएगा जहां 15 दिनों में रिफंड जुड़ी अग्रिम कार्यवाही करेगा।